धर्म संस्‍कृति

नवरात्रि 2024: गृह स्थापना शुभ मुहूर्त, मंत्र और महत्व | कलश रखने के नियम

नवरात्रि का आरंभ आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानि 3 अक्टूबर से हो रही है। अश्विन माह में आने वाले नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना होती है। सिद्धांत यह है कि जो व्यक्ति 9 दिनों में मां दुर्गा की भक्ति से दिल से प्रार्थना करता है, उसकी सभी भावनाएं पूरी हो जाती हैं। इसी के बीच नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना शुभ उत्सव में अत्यंत पूजनीय है। आइए जानते हैं नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना के शुभ उत्सव।

ईसाईयों और धर्मग्रंथों के अनुसार, घाट स्थापना और देवी पूजा प्रात: काल में करने का विधान है। लेकिन, इसमें चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग को वर्जित माना गया है। 3 अक्टूबर गुरुवार के दिन चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग दोनों नहीं हैं। इसलिए लाभ: काल घट स्थापना संभव है। आइए जानते हैं आपके शहर के अनुसार, घाट स्थापना का शुभ उत्सव क्या है।

नवरात्रि 2024 घट स्थापना का शुभ उत्सव 1) दिल्ली – सुबह 6 बजे से 19 मिनट तक 8 बजर 39 मिनट तक। इसके बाद अभिजित मुखर्जी 11 नागालैंड 46 मिनट से 12 बंगला 33 मिनट तक।
2)कोलकाता – 5 बागान 32 मिनट से 7 तूफान 53 मिनट तक। इसके बाद अभिजित 11 नागार्जुन 1 मिनट से 11 नागालैंड 48 मिनट तक।
3) नागालैंड – 6 नागालैंड 30 मिनट से 8 मकान 50 मिनट तक। इसके बाद अभिजित मस्जिद 11 तूफान 57 मिनट से 12 तूफान 43 मिनट तक।
4) मुंबई – सुबह 6 बजे तक 33 मिनट से 8 बजे तक 55 मिनट तक। इसके बाद अभिजित 12 नागालैंड 03 मिनट से 12 बंगला 51 मिनट तक।
5) चेन्नई – सुबह 6 नागालैंड 02 मिनट से 8 नागालैंड 24 मिनट तक। इसके बाद अभिजित 11 नागार्जुन 34 मिनट से 12 नागालैंड 21 मिनट तक।
6)नालाँग – सुबह 6 बजे से 04 मिनट तक 8 बजे तक। इसके बाद अभिजीत गोस्वामी 12 बजे से 12 बजे 50 मिनट तक।
7) वाराणसी – सुबह 5 बजे तक 55 मिनट से 8 बजे तक 16 मिनट तक। इसके बाद अभिजित 11 नागालैंड 23 मिनट से 12 बंगला 1 मिनट तक।
8) डेमोक्रेटिक – सुबह 6 नागालैंड 16 मिनट से 8 नागालैंड 36 मिनट तक। इसके बाद अभिजित 11 नागार्जुन 43 मिनट से 12 नागालैंड 29 मिनट तक।
9) बेंगलुरु – सुबह 6 बजे 12 मिनट तक, 8 बजे तक, 35 मिनट तक। इसके बाद अभिजीत मस्जिद 11 तूफान 44 मिनट से 12 तूफान 32 मिनट तक।
10) भोपाल – सुबह 6 बजे 6 मिनट तक, 6 मिनट पर, 8 मिनट पर, 37 मिनट तक। इसके बाद अभिजीत मस्जिद 11 तूफान 45 मिनट से 12 तूफान 32 मिनट तक।
11) बेंगलुरु – सुबह 6 बजे से 10 मिनट तक, 8 बजे तक, 32 मिनट तक। इसके बाद अभिजीत मस्जिद 11 तूफान 41 मिनट से 12 तूफान 28 मिनट तक।
12) चंडीगढ़ – सुबह 6 बजे 22 मिनट से 8 बजे तक 2 मिनट तक। इसके बाद अभिजीत मस्जिद 11 तूफान 48 मिनट से 12 तूफान 34 मिनट तक।

कलश स्थापना का मंत्र ॐ ऐं जिघ्र कलशं मह्या त्वा विशांतविन्दव:। पुनरूर्जा नि वर्तस्व सा नः सहस्रं दुखोरुधारा पयस्वति पुनर्मा विष्टादयः।। इस मंत्र का जाप करते हुए कलश की स्थापना करें।

कलश स्थापना में बताई ये बातें -नवरात्रि के पहले दिन जब आप कलश स्थापना करें तो खुद को शुद्ध रखें और मन को भी नकारात्मक विचार न दें।

नवरात्रि के पहले दिन, कलश की स्थापना उत्तर-पूर्व दिशा में करें। इसके अलावा आप उत्तर या पूर्व दिशा में भी कलश की स्थापना कर सकते हैं।
कलश स्थापना के साथ ही यह भी है पवित्र बात आप 9 दिन तक पूरे विधि विधान से प्रतिदिन कलश की पूजा करें।
नवमी तक दैनिक कलश की पूजा करने से बाद दशमी तिथि में कलश का विसर्जन करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button